ग्रामीण माहौल की सुगंध में हमने भी एक मनमोहक कल्पना की, इस क्षेत्र में भी उच्च शिक्षा का एक पौधा रोपण किया जाए| डॉ. रीना गुप्ता ने इस महती आवश्यकता को महसूस किया| 2007-08 में श्री स्वामी विवेकानंद सह-शिक्षा महाविद्यालय की एक पौधिक रूप नीव डाली| जिसमें B.A. [2007-08], B.Sc. [2016-17] में मेडिकल – नॉन मेडिकल रूप में संचालित है| हौसला इतना बढ़ा की नई-नई सोच के जल से पौधा विकसित होता गया| यानी महाविद्यालय संवृद्धित होता गया। 2021-22 में महाविद्यालय स्नातकोत्तर [M.A. Geogrphy] के रूप में क्रमोन्नत हुआ है। अब पीजी महाविद्यालय की संज्ञा से जाना जाएगा। हरि-भरी हरियाली चादर ओढ़े हुए संस्था प्रविष्ट होने वाले (छात्र-छात्रा) अभिभावकों को एक सार्थक सुकून से सराबोर करती है| कंप्यूटर विज्ञान, भूगोल, BSc की सभी प्रायोगिक कक्ष बेहतरीन उपकरणो से सुशोभित है व आकर्षक पुस्तकालय भी है|
डॉ. रीना गुप्ता महिला सशक्तिकरण महिला सशक्तिकरण के रूप में स्थापित होने से ही छात्रा वर्ग को विशेष प्राथमिकता के रूप में अमल में लायी है| 2007-08 से लेकर 14 वर्षों से अनेक डिग्रीधारी छात्र-छात्राएं शिक्षा, बैंक, राजस्व, पुलिस, फौज आदि क्षेत्र में सेवारत हैं| विशालकाय संस्था कड़े अनुशासन की नीवं पर आपके सामने पारदर्शी रूप में दृष्टिगत है| डॉ. गुप्ता का बेहतरीन प्रबंधन ही संस्था का इतिहास है| 15 वें वर्ष में संसथान को सम्पूर्ण पेड़ के रूप में संजोकर हम गौरांवित महसूस करते है|
बस,…….. आपका मार्गदर्शन प्रेरित करते रहे…
जय-जय राजस्थान